tag:blogger.com,1999:blog-8986761258999733521.post768823934114147350..comments2023-11-02T03:29:41.621-07:00Comments on आत्महंता: कितनों की बलि चाहिए मनरेगा ?उमाhttp://www.blogger.com/profile/14461674194250340733noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-8986761258999733521.post-27973773815427813412011-04-01T00:42:24.038-07:002011-04-01T00:42:24.038-07:00कुछ नयी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए रामदेव भाई को ...कुछ नयी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए रामदेव भाई को धन्यवाद। उनके जज्बे का कद्र करता हूं और बहुत विनम्रता के साथ उन्हें थोड़ा और गहरे में जाने की सलाह देता हूं। गहराई की सच्चाई यह है कि इस देश में ग्रामीणों, दलितों और वंचितों के लिए योजना बनाने वाले लोगों की नीयत में खोट है। योजना बनाने वाले को देश की जमीनी सच्चाई का कोई ज्ञान नहीं है और जिसे ज्ञान है वह जानते हैं कि किस तरह दूध की डाढ़ी फेंकर भुक्खड़ों को शांत किया जा सकता है। ये योजनाएं ग्रामीणों के लिए कम और ग्रामीण स्तर पर फैले गिद्दों को तृप्त करने के लिए ज्यादा बनायी जाती हैं, जो प्राकारांतर से समकालीन बाजारवाद को छुट्टा चरने की जमीन बना रहे हैं। जनता अब भी इन गिद्दों से अपरिचित है , उनके जागने तक हाशिये पर हांफते लोगीदारों की आहूति होती रहेगी।रंजीत/ Ranjithttps://www.blogger.com/profile/03530615413132609546noreply@blogger.com